पोस्टमार्टम से पता चला है कि 19 दिसंबर को कपूरथला के निजामपुर गांव के गुरुद्वारे में अज्ञात प्रवासी मजदूर के शरीर पर लगभग 30 चोटें थीं, जिनमें से ज्यादातर तलवारों से तेज,गहरे घाव थे। इस बात की पुष्टि करते हुए वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ नरिंदर सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि लुधियाना के सिविल अस्पताल में डॉक्टरों के पांच सदस्यीय बोर्ड ने गुरुवार को पीड़ित के शव का पोस्टमार्टम किया।
क्या है मामला?
अमृतसर की घटना के एक दिन बाद, जहां स्वर्ण मंदिर में कथित रूप से बेअदबी करने के आरोप में एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी, कपूरथला में प्रवासी मजदूर को एसएसपी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में भीड़ ने पीट-पीट कर जान से मार डाला था।
गुरुद्वारा ग्रंथि ने उस पर पहले आरोप लगाया था की उसने गुरुद्वारे में निशान साहिब को अपवित्र करने की कोशिश करी थी। बता दें कि निशान साहिब, सिखों के लिए एक पवित्र ध्वज होता है। ग्रंथि के बस यही कहने पर भीड़ ने उस पर धावा बोल दिया और बुरी तरीके से मारने लगे।
पोस्टमार्टम करने वाले ऑफिसर ने बताया की उन्हें मरने वाले के गले,सिर और छाती पर गहरे घाव मिले और उसके गर्दन पर गहरे घाव से ही शायद उसकी मृत्यु हुई।