ओमिक्रोन (Omicron Variant) कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले कम गंभीर है. लेकिन यह पिछले स्ट्रेन की तरह बीमारी को गंभीर बना सकता है।कोरोना के पिछले स्ट्रेन से सबक लेते हुए ओमिक्रोन को कम नहीं आंका जा सकता। ओमिक्रोन से संक्रमित होने वाले मरीजों में बीमारी के गंभीर होने क खतरा है।वहीं जो लोग पहले से बीमार हैं, जिनकी उम्र ज्यादा है, जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है उन लोगों को ओमिक्रोन के गंभीर होने का खतरा ज्यादा है।
कितना खतरनाक है ओमिक्रोन (Omicron Variant)?
अच्छी बात ये है कि ओमिक्रोन वेरिएंट (Omicron Variant) लंग्स पर असर नहीं कर रहा है।ये सिर्फ सांस की नली, गले और नाक में ही असर करता है। इसकी वजह से ऑक्सीजन की जरूरत होना या आइसीयू में जाने की समस्या बहुत कम लोगों में हो रही है। इसके कई कारण हैं। एक बात तो यह कि इस वेरिएंट की फैटलिटी कम है दूसरी बात ये भी है कि हममें से ज्यादातर लोग वैक्सीनेट हो चुके हैं तो वैक्सीन भी हमारा बचाव कर रही है।लेकिन इसके बावजूद भी ओमिक्रोन (Omicron Variant) शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर रहा है, इसमें कंधों, घुटनों में दर्द होना, गले में दिक्कत, सिर में दर्द जैसी समस्याएं शामिल है।