जहा लोगो को एक मोबाइल खरीदना भी इतना मुश्किल है| वही सीमा हैदर जो अपने आप को गरीब और बेचारी बता रही है उसके पास आखिर कहा से आते है मोबाइल फ़ोन्स वोह भी एक नहीं दो नहीं बल्कि चार चलो मोबाइल तक तो ठीक था पर पांच पासपोट जो की सीमा हैदर के पास से मिले है जो की सीमा के नाम पर ही बने हुए है जिस प्लानिंग के साथ सीमा आयी है| उसके लिए उसे नेपाल से ट्रेनिंग दी गयी है उसे इस तरह से रेडी किया की वोह अगर भारत की औरतो के साथ चले तो उसे अलग ना बताया जाए |

भारत में किस तरह का पहनावा है इसपर काफी गहरी सर्च करके सीमा को भारत भेजा गया है वोह जिस तरह से साडी पहनकर सर पर पल्लू रखकर दिखाई देती है उससे साफ़ पता चलता है की वो पूरी तरह से काफी लम्बे समय से तैयारी करके भारत आयी है वही सीमा हैदर ने सारी जनता के सामने बतया था की वोह १३ मई को भारत आयी पर बॉर्डर के सी सी टीवी कमरे पर और बॉर्डर के गार्ड ने बताया की १३ मई को सीमा अपने चार बच्चो के साथ नहीं आयी थी इन सभी बातो को देखकर इतना तये है की सीमा हैदर एक जासूस है

साथ ही जांच में ये भी सामने आया है कि अधिकतर लड़के दिल्ली-एनसीआर के रहने वाले हैं, जिनसे सीमा हैदर बात करती थी। ऐसे में एटीएस यह जानने में जुटी है कि आखिर सीमा हैदर का मकसद क्या था? ये महज प्यार के लिए ही भारत आयी है या फिर कुछ और। सीमा हैदर जिस तरह से बिना भय के बेबाकी से अधिकारियों के सवाल का जवाब दे रही है, उससे भी शक धीरे धीरे गहरा होता जा रहा।