भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने ऑस्ट्रेलिया सरकार के सहयोग से 21 अगस्त, 2023 को नई दिल्ली में “स्वास्थ्य कार्यबल प्रशिक्षण और कौशल संबंधी पहलों को बढ़ावा देने” पर एक गोलमेज सम्मेलन की सफलतापूर्वक मेजबानी की। इस विशिष्ट कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया सरकार के स्वास्थ्य और वृद्ध देखभाल मंत्री श्री मार्क बटलर के साथ भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने भी भागीदारी की। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने इस गोलमेज चर्चा के लिए ऑस्ट्रेलिया के मंत्री बटलर और उनकी टीम का स्वागत किया। उन्होंने कौशल से जुड़े इकोसिस्टम के भीतर हाल में हुए विकास के बारे में बताया जिसमें 2021 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षा और कौशल के बीच सामंजस्य बनाने और छात्रों के आवागमन को सुनिश्चित करने के लिए एक राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचा (एनएसक्यूएफ) बनाया है। इसके अलावा, उन्होंने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर कुशल पेशेवरों की कमी पर प्रकाश डाला और इस समस्या का समाधान करने के लिए भारत किस तरह तैयार है, इसके बारे में बताते हुए कहा कि भारत में कौशल के साथ ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हाल ही में भारत में 157 नए नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना को मंजूरी देना शामिल है। वैश्विक स्तर पर कुशल कार्यबल की मांग को पूरा करने पर अधिक ध्यान देने के साथ, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सचिव ने इस बात को रेखांकित किया कि मूल्यांकन लागत उन प्रमुख क्षेत्रों में से एक है जिस पर ऑस्ट्रेलिया द्वारा ध्यान देने और ऑस्ट्रेलिया में स्वास्थ्य क्षेत्र के श्रमिकों के लिए नागरिकता की प्रक्रिया को तेज़ करने की आवश्यकता है। बेहतर सहयोग के लिए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में भारतीय कार्यबल के प्रशिक्षण और सीखने के लिए एक छात्रवृत्ति कार्यक्रम विकसित करने पर जोर दिया।
कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सचिव ने कौशल विकास में बेहतर सहयोग के माध्यम से इस महत्वपूर्ण साझेदारी को विकसित करने के महत्व पर जोर दिया। इस सहयोग में कंटेंट साझा करना, अंतर्राष्ट्रीय आवागमन में आने वाली बाधाओं को दूर करना और कुशल भारतीय पेशेवरों से जुड़े समय और लागत को सुव्यवस्थित करना शामिल होगा।
ऑस्ट्रेलिया के मंत्री श्री मार्क बटलर ने भारत को उसकी अत्यधिक परिणामकारी जी-20 की अध्यक्षता के लिए बधाई दी और वैश्विक प्रगति को आगे बढ़ाने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आज ऑस्ट्रेलिया में प्रत्येक 25 व्यक्तियों में से 1 भारतीय है और इस प्रकार भारतीय प्रवासी ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था के लिए एक अभिन्न हिस्सा बन गए हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि भारत के प्रधानमंत्री की आस्ट्रेलिया की यात्रा एवं आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा और अन्य मंत्रिस्तरीय दौरों से दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों के मामले में नई ऊंचाइयां हासिल की हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में स्वास्थ्य सेवा के पेशेवरों की मौजूदा कमी की स्थिति पर प्रकाश डाला और ऑस्ट्रेलिया में भारतीय स्वास्थ्य सेवा के पेशेवरों की बेहतर और बढ़ी हुई आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए बाधाओं को दूर करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र में अच्छे, कुशल पेशेवरों को तैयार करने के लिए कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सचिव को बधाई दी। लेकिन साथ ही उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में कोविड-19 महामारी के बाद की स्थिति को लेकर अपनी चिंता भी साझा की और इस प्रकार भविष्य में भी कोविड-19 महामारी जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में तैयारी पर जोर दिया। इसे ध्यान में रखते हुए, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के स्वास्थ्य क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में अधिक कुशल कार्यबल के लिए कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सचिव से आग्रह किया।
