Monday, September 9, 2024

दिन में तीन बार मां अपना रूप बदलती हैं ………

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बक्सर और दुमराओ त्रिपुर सुंदरी मंदिर हिन्दू धर्म के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक हैं, जो बिहार राज्य के बक्सर और दुमराओ जिलों में स्थित हैं। ये मंदिर भगवानी त्रिपुर सुंदरी को समर्पित हैं, जिन्हें त्रिपुर सुंदरी, त्रिपुरेश्वरी, और त्रिपुर भैरव के नाम से भी जाना जाता है।देश में 52 शक्तिपीठों में से एक बांसवाड़ा का त्रिपुरा सुंदरी मंदिर भी है। यह मंदिर सम्राट कनिष्क के काल से पहले से ही प्रसिद्ध मंदिर रहा है।



इस मंदिर का निर्माण भगवानी त्रिपुर सुंदरी की भक्ति में समर्पित हुआ है और इसे भारतीय साहित्य और पौराणिक ग्रंथों के अनुसार महत्वपूर्ण माना जाता है।भक्तों का कहना है कि प्रात:कालीन बेला में कुमारिका, मध्यान्ह में यौवना और सायंकालीन वेला में प्रौढ़ रूप में मां के दर्शन होती है। इसी कारण माता को त्रिपुरा सुंदरी कहा जाता है।

मंदिर का वास्तुकला और सुंदर आर्किटेक्चर का माध्यम उसकी महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक हैं, और यह धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।यह भी कहा जाता है कि मंदिर के आस-पास पहले कभी तीन दुर्ग थे। शक्तिपुरी, शिवपुरी और विष्णुपुरी नामक इन तीन पुरियों में स्थित होने के कारण देवी का नाम त्रिपुरा सुंदरी पड़ा।

इस मंदिर के प्रत्येक वर्ष, भगवानी त्रिपुर सुंदरी के उत्सव के दौरान, बड़ी संख्या में भक्त यहाँ आते हैं और माता की पूजा और दर्शन करने का अवसर पाते हैं। इसके अलावा, त्रिपुर सुंदरी मंदिर के आस-पास कई अन्य धार्मिक और पर्वों का आयोजन भी होता है, जिसमें भक्त भगवानी की महिमा का गुणगान करते हैं और धार्मिक अद्भुतियों का आनंद लेते हैं।

बक्सर और दुमराओ त्रिपुर सुंदरी मंदिर क्षेत्र के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और आध्यात्मिक स्थल है जहां वे अपनी श्रद्धा को प्रकट करते हैं और धार्मिक अनुष्ठान करते हैं।मान्यता है कि मंदिर में मांगी हर मनोकामना देवी पूर्ण करती हैं, यही वजह है कि आमजन से लेकर नेता तक मां के दरबार में पहुंचकर हाजिरी लगाते हैं।

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