पाकिस्तान ने सोमवार को सार्क (SAARC) शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए अपने प्रस्ताव को एक बार फिर दोहराया है और साथ ही भारत से भी दरख्वास्त करी है कि वह इस बैठक में भाग ले।
सोमवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mehmood Qureshi) ने एक मीडिया कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान का सार्क सम्मेलन अपने वतन पर एक बार फिर मेजबानी करने की इच्छा जाहिर करी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत निजी तौर पर इस में भाग नहीं लेना चाहता तो वह वर्चुअल तरीके से भी इस सम्मेलन में प्रतिभाग कर सकता है।
कुरैशी ने उर्दू में संबोधित करते हुए कहा,” सार्क एक बहुत ही महत्वपूर्ण फोरम है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत इसे निष्प्रभावी बनाने में लगा हुआ है और इस्लामाबाद आने से कतरा रहा है।” आगे बोलते हुए कुरैशी ने कहा,” भारत के खराब रुख से यह ऑर्गनाइजेशन का बुरा हाल है। अगर भारत नहीं आना चाहता तो ठीक है, मैं एक बार फिर सारे देशों को निमंत्रण भेजता हूं और साथ ही यह भी बता रहा हूं कि पाकिस्तान 19वें सार्क शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए तैयार है। भारत इसमें वर्चुअल तरीके से शामिल हो सकता है।”
क्या है सार्क (SAARC)?
सार्क यानी कि दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (SAARC) दक्षिण एशिया में राज्यों का क्षेत्रीय अंतर सरकारी संगठन और भू-राजनीतिक संघ है। इसके सदस्य देश अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका हैं। सार्क में 2019 तक विश्व के क्षेत्रफल का 3%, विश्व की जनसंख्या का 21% और वैश्विक अर्थव्यवस्था का 4.21% (US$3.67 ट्रिलियन) शामिल है।