Saturday, July 27, 2024

टीएमसी मंत्री की करीबी सहयोगी को ईडी ने किया गिरफ्तार

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टीएमसी मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया है. प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी में शुक्रवार को अर्पिता के आवासीय परिसर से लगभग 21 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश बरामद हुआ था. यह राशि पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड में भर्ती घोटाले से प्राप्त होने का संदेह है. सूत्रों ने बताया था कि टीएमसी मंत्री पार्थ चटर्जी अकसर अर्पिता मुखर्जी के घर जाते रहते थे. साथ ही यह भी खबर आई है कि पार्थ चटर्जी की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.20 मोबाइल फोन भी बरामद ईडी के अधिकारियों ने टॉलीगंज के डायमंड सिटी परिसर में मुखर्जी के आलीशान आवास से कैश के साथ-साथ 20 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं. अधिकारियों का मानना है कि ये मोबाइल फोन WBSSC और WBBPE में शिक्षक भर्ती घोटाले के लिए महत्वपूर्ण लिंक साबित हो सकते हैं. ईडी ने बयान में दावा किया है कि वह शिक्षक भर्ती घोटाले के संबंध में विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चला रही थी, इस दौरान बड़ी मात्रा में नकदी जब्त की गई. पार्थ चटर्जी जहां एक बड़ा नाम हैं, वहीं अर्पिता मुखर्जी के बारे में इस कार्रवाई से पहले लोग ज्यादा नहीं जानते थे.

मशीन से गिना कैश!

ईडी ने कुछ बैंक अधिकारियों को कैश की गिनती करने के लिए बुलाया. ये अधिकारी नोट गिनने की मशीनों के साथ मुखर्जी के आवास पर पहुंचे. ईडी के सूत्रों ने बताया कि मुखर्जी का आवास उन 13 जगहों की शुरुआती सूची में नहीं था, जहां एजेंसी शुक्रवार सुबह से छापेमारी कर रही थी. हालांकि, छापेमारी के दौरान मुखर्जी का नाम सामने आया, जिसके बाद ईडी ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों के साथ उनके आवास पर पहुंचकर तलाशी और जब्ती अभियान शुरू किया. ईडी के अधिकारी वर्तमान में मुखर्जी से नकदी के स्रोत का पता लगाने के लिए पूछताछ कर रहे हैं, साथ ही उस उद्देश्य का भी पता लगाने के लिए जिसके लिए इतने सारे मोबाइल फोन इस्तेमाल किए गए थे.

कौन हैं अर्पिता मुखर्जी?

पार्थ चटर्जी की करीबी बताई जा रही अर्पिता मुखर्जी पेशे से अभिनेत्री हैं. जिन्होंने कुछ बंगाली, उड़िया और तमिल फिल्मों में छोटी भूमिकाएं की हैं. उनके फेसबुक बायो में लिखा है, ‘एक प्रतिभाशाली बहुमुखी एक्टर, जिसने टॉलीवुड की कई फिल्मों में काम किया है.’ उन्होंने बंगाली सुपरस्टार प्रोसेनजीत चटर्जी (2009 की फिल्म ‘मामा भगने’) और जीत (2008 की फिल्म ‘पार्टनर’) के साथ बंगाली फिल्मों में अभिनय किया है. वह 2019 और 2020 में पार्थ चटर्जी की दुर्गा पूजा समिति के प्रचार अभियानों का भी चेहरा थीं, जिन्हें नकटला उदयन संघ कहा जाता है. पार्थ चटर्जी की समिति कोलकाता की सबसे बड़ी दुर्गा पूजा समितियों में से एक है. सूत्रों के मुताबिक, पार्थ चटर्जी अक्सर अर्पिता मुखर्जी के आवास पर जाते थे. ईडी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत गैर-शिक्षण कर्मचारियों, शिक्षण कर्मचारियों और प्राथमिक शिक्षकों की कथित अवैध नियुक्ति की जांच कर रहा है.

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