नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही है। सेना द्वारा लगातार आतंकियों का खात्मा किया जा रहा है बावजूद इसके टारगेट किलिंग की घटनाएं हो रही है। ताजा मामला दक्षिण कश्मीर के शोपियां का है। यहां छोटेपोरा इलाके में आतंकियों ने सेब के बाग में काम कर रहे दो भाइयों पर फायरिंग की। इसमें एक की मौत हो गई, जबकि दूसरा घायल है। मृतक की पहचान सुनील कुमार के रूप में हुई है। इस वारदात के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और हमलावरों की तलाश की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि घायल भाई को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उसकी हालत में सुधार है। इससे पहले बीते शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले के सदुनारा गांव में आतंकियों ने एक मजदूर की गोली मार कर हत्या कर दी है। मजदूर मोहम्मद अमरेज (19) बिहार के मधेपुरा जिला का रहने वाला था।
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, टारगेटेड किलिंग पाकिस्तान की कश्मीर में अशांति फैलाने की नई योजना है। माना जा रहा है कि इसका मकसद, आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास की योजनाओं पर पानी फेरना है। आर्टिकल 370 हटने के बाद से ही कश्मीर में टारगेटेड किलिंग कि घटनाएं बढ़ी हैं, जिसमें खासतौर पर आतंकियों ने कश्मीरी पंडितों, प्रवासी कामगारों और यहां तक कि सरकार या पुलिस में काम करने वाले उन स्थानीय मुस्लिमों को भी सॉफ्ट टागरेट बनाया है, जिन्हें वे भारत का करीबी मानते हैं।