नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) इकोसिस्टम में विभिन्न निर्माण खंडों के इर्दगिर्द नई सोच और नवाचारों को आगे बढ़ाने के लिए अपनी पहली हैकाथॉन श्रृंखला का आयोजन करेगा, जिसमें कोई भी भाग ले सकता है। यह श्रृंखला एक हैकाथॉन के साथ शुरू होगी- ‘राउंड 1: किकस्टार्टिंग यूनिफाइड हेल्थ इंटरफेस (यूएचआई)’ 14 से 17 जुलाई तक होना है। हैकाथॉन में यूनिफाइड हेल्थ इंटरफेस (यूएचआई) पर जोर दिया जाएगा और इसका उद्देश्य भारत में हेल्थ स्टार्ट-अप इकोसिस्टम को गति देना और यूएचआई के माध्यम से समाधान विकसित करने के लिए लोगों और संगठनों को एकजुट करना है।
हैकाथॉन से दुनिया भर के नवाचारकर्ताओं, डाटा विशेषज्ञों और डेवलपर्स को यूएचआई के माध्यम से डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच उपलब्ध कराने के लिए भागीदारी करने और नवीन समाधान विकसित करने का शानदार अवसर मिलेगा। यूएचआई को एक खुले नेटवर्क के रूप में तैयार किया गया है, जिससे टेलीकंसल्टेशन जैसी डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर संचालन लेनदेन को संभव बनाया जा सकेगा।यूएचआई के माध्यम से, मरीज अपनी पसंद के किसी एप्लीकेशन से विभिन्न भागीदारी सेवा प्रदाताओं के द्वारा दी गई सेवाओं के लिए खोज, बुक, संचालन और भुगतान कर सकते हैं। यह डिजिटल स्वास्थ्य सेवा डिलिवरी के वर्तमान तरीके के विपरीत है, जहां मरीज और डॉक्टरों को एक समान एप्लीकेशन या प्लेटफॉर्म के उपयोग से लेनदेन करना चाहिए।
हैकाथॉन श्रृंखला का ऐलान करते हुए, एनएचए के सीईओ डॉ. आर. एस. शर्मा ने कहा कि भारत ने दुनिया में कुछ सबसे ज्यादा सक्षम सार्वजनिक डिलिवरी प्रणालियों की स्थापना को संभव बनाया है। बंदिशों को खत्म करके और नेटवर्क के प्रभावों को दूर करके जेएएम और यूपीआई के माध्यम से ऐसा ही किया गया था। एबीडीएम और यूएचआई स्वास्थ्य इकोसिस्टम के लिए ऐसा करके दिखाएंगे और यह हैकाथॉन श्रृंखला प्रतिभागियों को भागीदारी करने और समाधान विकसित करने में सक्षम बनाएगी, जिससे स्वास्थ्य क्षेत्र का भविष्य निर्धारित होगा। हर भारतीय के लिए एक बेहतर स्वास्थ्य इकोसिस्टम के निर्माण में भागीदारी के लिए सभी को आमंत्रित किया गया है